मिर्जापुर के आधुनिकीकरण शिक्षकों की टीम राजधानी में करती रही संघर्ष, मिला सिर्फ आश्वाशन
मिर्जापुर। जिले के आधुनिकीकरण शिक्षकोँ का टीम उस्मान अली के सरपरस्ती में लखनऊ पहुँचा। अपना हक़ पाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष अशरफ अली उर्फ़ सिकंदर बाबा के अगुवाई में लखनऊ के सड़कों पर महिलाओं की टीम का इस कड़ी तपिश और गर्म वातावरण में संघर्ष देख कर राजधानी का भी कलेजा हिल गया होगा किन्तु अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों को उनके दर्द की कराह की गूंज शायद नहीं सुनाई पडी जो उन्हें आफिसों का चक्कर लगाते - लगते शाम हो गया, लेकिन मिला सिर्फ आश्वासन ही।
आधुनिकीकरण शिक्षकों का संघर्ष इस कदर जारी है जैसे झांसी की रानी अपने मुल्क की आज़ादी की लड़ाई अंग्रेजों से लड़ रही हों और संघर्स है कि खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। मीरजापुर के आधुनिकीकरण शिक्षक जिले के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी महोदय तक कई बार गोहार लगाई , ज्ञापन सौंपा लेकिन कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई जिससे शिक्षकों का मानदेय मिल जाये। आला अधिकारियों के लापरवाही भरे हरक़तों से खिन्न होकर , बड़ी उम्मीद के साथ महिला और पुरूष शिक्षक लखनऊ पहुंचे। सबसे पहले उप निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश अर0 पी0 सिंह साहब से सभागार में मीटिंग हुई। महिला शिक्षक अपना दर्द बयां करते - करते बिफर पड़ी उपनिदेशक महोदय को उन्हें चुप रहने और आँशु रोकने के लिए कहना पड़ा।
उपनिदेशक महोदय ने अपने स्तर से हर सम्भव कोशिश कर मानदेय दिलाने का आश्वासन दिए। फिर निदेशक अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश इंदुमती के पास शिक्षक अपनी दर्द लेकर पहुँचे, उन्होंने भी सिर्फ आश्वासन देकर रजिस्ट्रार अल्पसंख्यक कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश जगमोहन यादव के पास भेजा। उन्होंने भी समस्या सुनने के बाद SIT एस पी के पास भेज दिए। निदेशालय से करीब 15 किलोमीटर दूर पुनः शिक्षोकों ने S I T एस पी से काफी मसक्कत के बाद मिले। उन्होंने ने भी अगस्त माह में S I T जाँच पुरा कर समस्या का निस्तारण करने का आश्वाशन दिया। कुल मिलाकर अबतक आधुनिकीकरण शिक्षकों को मीरजापुर से राजधानी लखनऊ तक केवल आश्वासन ही मिला। अब आधुनिकीकरण शिक्षकों का भविष्य खुदा के ही हांथों में है। वही इनका भला कर सकता है।