चन्दौली में सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू ने पम्प कैनाल का संचालन नहीं होने से नाराज किसानों से बात की, अधिकारियों को दिया अल्टिमेटम

 

चंदौली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू सोमवार को वीरासराय स्थित पम्प कैनाल के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने पम्प कैनाल का संचालन नहीं होने से खफा किसानों से बात की और उनकी समस्याओं को सुना। साथ ही सिंचाई विभाग व प्रशासन से नाराज किसानों को धरना-प्रदर्शन करने से रोका। इसके अलावा उन्होंने मौके से ही सिंचाई विभाग के एक्सईएन व जिलाधिकारी को वीडियो संदेश के जरिए दो दिनों के अंदर पम्प कैनाल का संचालन किए जाने की मांग की और चेताया कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो तीसरे दिन किसान आंदोलन पर बैठ जाएगा और वे स्वयं इस आंदोलन की अगुवाई करेंगे। इसके बाद उन्होंने डीएम व एक्सईएन से टेलीफोनिक बातचीत कर क्षेत्रीय किसानों की समस्याओं से भी अगवत कराया।

इस दौरान उन्होंने बताया कि वीरासराय व गुरैनी पम्प कैनालों की स्थिति ठीक नहीं है। हालात इतने खराब है कि यदि पम्प कैनाल का संचालन पूरी क्षमता से किया जाए तो जगह-जगह नहर टूट जाएगी और किसानों के खेत जलमग्न हो जाएंगे। लिहाजा किसानों की मांग है कि एक्सईएन मौके का मुआयना करके समस्या का समाधान करते हुए पम्प कैनालों का संचालन शुरू कर दें, ताकि क्षेत्रीय किसान अपने खेतों में धान की रोपाई का कार्य मुकम्मल कर सके। कहा कि अपने कार्यकाल में किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए क्षमता वृद्धि करने का काम किया। पम्प कैनालों की क्षमता 30 क्यूसेक से बढ़ाकर 50 क्यूसेक किया गया, ताकि क्षेत्र के सभी किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध हो सके। लेकिन भाजपा सरकार में पम्प कैनालों के प्रति अधिकारी व जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं है।

निर्माण, मरम्मत व रखरखाव के मद में आने वाले धन का अधिकारी व जनप्रतिनिधि मिलकर बंदरबांट कर ले रहे हैं। यदि वजह है कि आज क्षेत्र की नहर, माइनर के तटबंध जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। सफाई के अभाव में टेल के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे आज धान का कटोरा कहे जाने वाले जनपद चंदौली का किसान सिंचाई की समस्या से जूझ रहा है। अंत में उन्होंने एक्सईएन सिंचाई के साथ क्षेत्रीय विधायक को भी चेताया। कहा कि किसानों की समस्याएं दो दिनों में दूर करते हुए वीरासराय व गुरेनी पम्प कैनाल का संचालन शुरू नहीं हुआ तो आक्रोशित किसान धरना-प्रदर्शन व आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस अवसर पर रामभवन पाशवान, शिवमूरत विश्कर्मा, रामअवध मौर्या, गुड्डू मौर्या, कालीचरण बिन्द, परवेंदर बिन्द, सुरेंदर बिन्द, महंत कुशवाहा, अनिल बिन्द, रामअवध कुमार, श्यामनारायण सिंह, डॉ संजय सिंह, रजेन्दर यादव, चिरकुट मौर्या, सुदर्शन बिन्द, अमरनाथ विश्कर्मा, शिवमूरत मौर्या, रविशंकर मौर्या, अजीत खरवार आदि उपस्थित रहे।