चंदौली बरहनी ब्लॉक में किसानों की महापंचायत, 6000 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का विरोध

 

चंदौली। जनपद के बरहनी ब्लॉक क्षेत्र के लगभग 12 गांवों की उपजाऊ भूमि पर उद्योग स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे के बाद किसानों में आक्रोश फैल गया है। इसी मुद्दे पर शनिवार को बरहनी ब्लॉक प्रांगण में विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।


महापंचायत में किसानों ने बताया कि प्रशासन द्वारा लगभग 6000 हेक्टेयर जमीन उद्योग लगाने के लिए अधिग्रहित करने की योजना बनाई गई है। किसानों का कहना है कि यह क्षेत्र चंदौली की जीवन रेखा है और नरवन का इलाका धान की खेती के लिए पूरे प्रदेश और देश में विख्यात है। यही कारण है कि इस क्षेत्र को किसान धान का कटोरा कहते हैं।


क्षेत्रीय विधायक सुशील सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि...

मैं स्वयं एक किसान का बेटा हूँ और आपकी उपजाऊ जमीन किसी भी हालत में छीने जाने नहीं दूँगा। धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध नरवन क्षेत्र को बचाने के लिए मैं इस मुद्दे को प्राथमिकता से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुँचाऊँगा। सरकार किसानों के हित को सर्वोपरि मानती है और आपकी लड़ाई मेरी लड़ाई है।


उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कपसेठी-बाबतपुर डबल लेन सड़क अखिलेश सरकार के समय बनी थी, जिसकी लागत 50 करोड़ रुपये थी। लेकिन उस समय किसानों को मुआवजा नहीं मिला था। जब 2017 में योगी सरकार आई तो विधायक डॉक्टर अवधेश सिंह ने मुख्यमंत्री से मामले को उठाया और उसके बाद किसानों को मुआवजा दिलाया गया।

किसान यूनियन के ब्लॉक अध्यक्ष शिवबच्चन सिंह, तहसील अध्यक्ष सुमंत सिंह अन्ना, संतविलाश सिंह, मृत्युंजय सिंह दिप्पू, महेश्वर सिंह, डॉ. समर बहादुर सिंह, श्रवण सिंह, दिनानाथ श्रीवास्तव, महापंचायत की अध्यक्षता विजय नारायण सिंह ने की जबकि संचालन रतन सिंह ने किया।