Chanduali News: मिशन शक्ति फेज-4.0 के तहत जिले भर में चलाया जा रहा जागरूकता अभियान

महिला सुरक्षा विशेष दल द्वारा बाजार/गांव/कस्बा/ शिक्षण संस्थानों/सार्वजनिक गाँवों में जन चौपाल लगाकर बालिकाओं/महिलाओं से वार्ता कर खाकी सिखा रही शिक्षा का पाठ
 
इस अवसर पर नारी सशक्तिकरण हेतु सत्यम चिल्ड्रेन अकादमी द्वारा छात्रा को प्रतिकात्मक रूप मे डाक्टर, खिलाडी, वैज्ञानिक,के रूप मे तैयार कर बालिकाओं/महिलाओं का किया गया उत्साहवर्धन


बालिकाओं/महिलाओं को पढ़ाई करने, खेलने/ कुदना और अपनी एक अच्छी पहचान बनाने हेतु प्रेरित किया गया ।


Chanduali News: दिनांक 25.10.2023 को मुख्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नवरात्रि/ दुर्गा पूजा/ दशहरा पर्व के अवसर पर मिशन शक्ति अभियान के चतुर्थ चरण के अन्तर्गत नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वावलंबन (सशक्त नारी सशक्त प्रदेश) के क्रियान्वयन कार्यक्रम के तहत थाना धानापुर अन्तर्गत मिशन शक्ति (शक्ति दीदी) कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

पुलिस अधीक्षक डा0 अनिल कुमार चन्दौली के निर्देशन एवं विनय कुमार सिंह अपर पुलिस अधीक्षक चन्दौली के पर्यवेक्षण तथा क्षेत्राधिकारी सकलडीहा श्री राजेश कुमार राय की उपस्थिति मे यह आयोजन किया गया। इस अवसर पर नारी सशक्तिकरण हेतु सत्यम चिल्ड्रेन अकादमी द्वारा छात्राओं को प्रतिकात्मक रूप मे डाक्टर, खिलाडी, वैज्ञानिक,के रूप मे तैयार कर बालिकाओं/महिलाओं का उत्साहवर्धन किया गया । प्रभारी धानापुर उ0नि0 प्रशान्त सिंह ने सत्यम चिल्ड्रेन अकादमी के साथ स्कूल से एक रैली/ झांकी निकाली गयी तथा नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया गया।

नाटक का उद्देश्य समाज में कन्या भ्रूण हत्या/ बाल विवाह / बाल श्रम जैसी सामाजिक कुरीतियों से लोगों को अवगत कराना व उन्हें समझाना कि बेटी किसी पर बोझ नहीं हैं। वह भी सामाजिक जीवन का आधार है और बेटियों को भी शिक्षा का अधिकार मिलना चाहिए। ताकि वह एक सम्मानपूर्ण जीवन व्यतीत कर सके। 18 वर्ष से कम उम्र के छात्राओं को पढ़ाई करने, खेलने/ कुदना और अपनी एक अच्छी पहचान बनाने प्रेरित किया गया ।

क्षेत्राधिकारी सकलडीहा राजेश कुमार राय ने कहा कि मैने इस नाटक के प्रतिभागी छात्राओ के उत्साह को देखा व उन्हें बच्चों की ये पहल बहुत अच्छा लगा । बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से ही इस रैली और नुक्कड़ नाटक करने के लिए अनुमति प्रदान की ताकी बच्चे अपनी भावनाओं को व्यवस्थित तरीके से व्यक्त कर सकें तथा सही गलत में अंतर जान सकें व बच्चे सामाजिक बनें व सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार और सुझाव प्रदान कर सकें। इस अवसर पर स्कूल के अध्यापक व अध्यापिकाओं ने बच्चों को सहयोग किया तथा उन्हें प्रोत्साहित किया।