Ayodhya News: अयोध्या में स्वामी त्रिदंडी जी महाराज के आकस्मिक निधन से हिन्दू महासभा और हिन्दू जगत में शोक की लहर

 

अयोध्या। अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्री श्री रामानुज जीयर स्वामी त्रिदंडी जी महाराज का हैदराबाद के सीता राम बाग स्थित उनके श्री जगन्नाथ मठ में आकस्मिक निधन हो गया है। स्वामी त्रिदंडी जी महाराज 82 वर्ष के थे। वो लंबे समय से अस्वस्थ थे और दो दिन पहले ही एक स्थानीय अस्पताल से चिकित्सा करवाने के बाद स्वस्थ होकर अपने आश्रम श्री जगन्नाथ मठ में वापस लौटे थे। आज दोपहर बाद स्वामी त्रिदंडी जी महाराज ने अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार आज 18 जून को स्थानीय श्मशान घाट में किया जाएगा। उनके निधन का समाचार मिलते ही हिन्दू महासभा और हिन्दू जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।

हिन्दू महासभा के प्रदेश मंत्री अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने आज जारी बयान में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वामी त्रिदंडी जी महाराज के गुरुभाई और हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी कमलेश जी महाराज ने हैदराबाद से फोन पर स्वामी त्रिदंडी जी महाराज के निधन का दुखद समाचार दिया। राकेश दत्त मिश्र ने बताया कि गोरखपुर के गोरक्षनाथ मठ के पीठाधीश्वर हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद रहे महंत दिग्विजय नाथ की गोद में खेले स्वामी त्रिदंडी जी महाराज ने सन 2012 में इंदौर राष्ट्रीय अधिवेशन में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का दायित्व संभाला और दिसंबर 2020 तक उन्होंने हिन्दू महासभा का नेतृत्व और मार्गदर्शन किया।


हिन्दू महासभा के प्रदेश मंत्री राकेश दत्त मिश्र ने अपने शोक संदेश में स्वामी त्रिदंडी जी महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की। उन्होंने कहा कि स्वामी त्रिदंडी जी महाराज ने हमेशा हिन्दू महासभा को गुटबाजी से मुक्त करवाने में सक्रिय भूमिका निभाते रहे। उन्होंने हिन्दू समाज को जातियों के बंधन से मुक्त करवाने के लिए " जाति पाति की करो बिदाई हिन्दू हिन्दू भाई भाई " का नारा दिया। उन्होंने कहा कि स्वामी त्रिदंडी जी महाराज के दोनो मिशन अधूरे हैं , जिसे हिन्दू महासभा पूरा करेगी। प्रदेश मंत्री राकेश दत्त मिश्र ने बताया कि 18 जून को हिन्दू महासभा पूरे देश में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर हिन्दू महासभा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी त्रिदंडी जी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके अधूरे मिशन को पूरा करने का संकल्प लेगी।