Ayodhya News: कमल का फूल लेकर शुरू किया अनुष्ठान रामलला के लिए जानें क्या-क्या लेकर पहुंचे पीएम मोदी

अयोध्या में बने राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए हैं

 

Ayodhya News: लोगों का 500 वर्षों का आखिरकार इंतजार खत्म हो गया है।

अयोध्या में बने राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए हैं।

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में दुनियाभर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हैं। इस दौरान पूरा देश 'जय श्री राम' के नारे से गूंज रहा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुनहरे कपड़े पहनकर रामलला के मंदिर पहुंचे।

हाथ में छत्र और वस्त्र लिए हुए

पीएम मोदी यह देखने लायक दृश्य था। राम मंदिर में प्रवेश करते समय पीएम मोदी नंगे पैर थे। वह हाथ में छत्र और वस्त्र लिए हुए थे। इसे उन्होंने रामलला को अर्पित किया।

इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे साधु और संत काफी खुश और उत्साह से भरे नजर आ रहे थे। पीछे बैठे वीआईपी अतिथि अपने मोबाइल फोन से इस मनमोहक दृश्य को कैद करते दिखे।

श्रीरामलला स्वर्ण आभूषणों से लदे नजर आए

प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रभु श्रीरामलला स्वर्ण आभूषणों से लदे नजर आए।उनकी आभा देखते ही बन रही थी।

गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के समय पीएम मोदी के अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।

अभिजीत मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा की गई। प्रधानमंत्री ने मंगलधुनों के बीच प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान, पीएम के अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मौजूद रहीं।

प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में भाग लिया

राम मंदिर में पहुंचते ही सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने पर्दे के उस पार रामलला की मूर्ति के दर्शन किए। स्वर्ण से सजे राम की मूर्ति देखकर हर कोई गर्वित नजर आया। इसके बाद यजमान के रूप में प्रधानमंत्री ने प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में भाग लिया।

 

पीएम नरेंद्र मोदी ने हाथ में कमल का फूल लेकर उन्होंने अनुष्ठान विधियों को आरंभ किया। इस दौरान अस्थाई मंदिर में विराजमान रहे रामलला की मूर्ति भी सामने रखी रही। प्राण-प्रतिष्ठा के दौरान पीएम मोदी राम भक्ति में सराबोर दिखे।

 

2019 में जब सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था, तब रामलला टाट से अस्थाई राम मंदिर में स्थापित किए गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी स्थापना की थी। अब भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान अस्थाई राम मंदिर के रामलला को भी सामने रखा गया था।