अयोध्या: पुलिस सुरक्षा के बीच गायब हुए महंत का मामला पहुंचा न्यायालय
Ayodhya: Mahant's missing case reaches court amid police protection
जगदगुरु परमहंस आचार्य ने न्यायालय में नरसिंह मंदिर के गुमशुदा महंत की हत्या करने की आशंका जताते हुए दिया अर्जी
अयोध्या। पहले मंदिर की कब्जेदारी को लेकर बमबाजी की फर्जी घटना कर सन सनी फैलायी गयी फिर सन्तों के दबाव में कोतवाली का घेराव करवाया गया और मंदिर के श्रीमहंत की इक्षा के विरुद्ध आरोपी नसेड़ी साधु को कब्जा कराया दिया गया।
अब मंदिर के श्रीमहंत को ही गायब कर दिया गया है। यह हाईप्रोफाइल मामला है कोतवाली के अंतर्गत रायगंज चौकी के चन्दकदम की दूरी पर स्थिति बहुचर्चित नरसिंह मंदिर के90 वर्षीय वयोवृद्ध श्रीमहंत राम शरण दास महाराज का जिनकी सुरक्षा में पुलिस प्रसाशन के द्वारा दो पुलिसकर्मियों की सुरक्षा लगाई गई थी।
जो सुरक्षा घेरे में रहते हुवे श्रीमहंत राम शरण दास विगत 10 जनवरी से रहस्यमय ढंग से गुमसुदा हो गए और सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मियों ने 5 दिनों तक उनकी गुमसुदगी की सूचना न तो स्थानीय रायगंज पुलिस चौकी को दी और न ही अपने अधीनस्थ आलाधिकारियों को दी और न ही उन पुलिस कर्मियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही की गई।
जिससे यह मामला सन्देहात्मक हो गया है और पुलिस ही अब सन्देह के घेरे में है जबकि सूचना मिलने पर रायगंज के जागरूक पत्रकार अंसुमान तिवारी ने विगत 15 जनवरी को गुमसुदगी की रिपोर्ट कोतवाली अयोध्या में दर्ज कराई है तथा जगद्गुरु परमहंस आचार्य के द्वारा आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी गयी पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर अयोध्या पुलिस ने नही दर्ज की बल्कि उनका बचाव ही करती रही औऱ उल्टे सीधे बयान ही जारी करती रही।
जिससे पुलिस कार्यशैली से क्षुब्ध होकर तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने न्यायालय का दरवाजा खटखटा कर आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करने की मांग सीजेएम कोर्ट में 156/3 के तहत अर्जी देकर की है।
जिसमे मुख्य आरोपी रामबल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास चेला महन्थ देव रामदास वेदांती जानकी घाट थाना कोतवाली अयोध्या व प्रेमसागर उर्फ राम शंकर दास कथित चेला राम शरण दास नरसिंह मंदिर रायगंज थाना कोतवाली अयोध्या तथा महाराज जी की सुरक्षा में लगे दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी उनकी संदिग्ध भूमिका को लेकर कार्यवाही की मांग की गई है।
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जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने अपहरण व हत्या की आशंका ब्यक्त करते हुवे एफआईआर दर्ज करने की मांग न्यायालय से किया है, तथा आरोपियों के खिलाफ श्री महन्थ के द्वारा पूर्व में एस एस पी अयोध्या को दिए गए प्रार्थना पत्र व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को भेजे गए शपथ पत्र में भी आरोपियों से ही जानका खतरा श्री महन्थ राम शरण दास महाराज ने लगा रखा है जिसे न्यायालय में भी साक्ष्य दे कर शक्त कार्यवाही की मांग की गई है।
दिए गए प्रार्थना पत्र में कई गम्भीर आरोप लगाए गए हैं ।
बताया गया है कि आरोपी दबंग अपराधी प्रवित्ति के हैं इन पर पहले भी हत्या जैसे संगीन अपराधिक मुकदमे दर्ज है पर पुलिस उनके प्रभाव में आकर कोई कार्यवाही नही कर रही है। न्यायालय अयोध्या कोतवाली से इस मामले में आख्या मांगी है अब मामले की सुनवाई 14 मार्च को होगी। उक्त जानकारी याचिकाकर्ता के वरिष्ठ अधिवक्ता सन्तोष वर्मा ने दी।