Prayagraj News: मुख्य सचिव की अध्यक्षता में महाकुंभ 2025 का चल रहे प्रमुख योजनाओं कार्यों पर विस्तार से चर्चा किया गया

Prayagraj News: Under the chairmanship of the Chief Secretary, the ongoing major schemes of Mahakumbh 2025 were discussed in detail.

 

प्रयागराज। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अगले सप्ताह में प्रस्तावित महाकुंभ 2025 की शीर्ष समिति की तृतीय बैठक के दृष्टिगत वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु प्रस्तावित परियोजनाओं की समीक्षा आज मण्डलायुक्त  विजय विश्वास पन्त की अध्यक्षता एवं मेलाधिकारी  विजय किरन आनन्द की उपस्थिति में प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई०सी०सी०सी० सभागार में सम्पन्न हुई, जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा दिए गए प्रस्तावों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। 

बैठक में लगभग 500 करोड़ तक की 100 से अधिक प्रस्तावित परियोजनाओं पर बिंदुवार चर्चा की गई तथा उन सभी का औचित्य परीक्षण कराते हुए शीर्ष समिति की अगली बैठक से पूर्व अग्रिम कार्यवाही हेतु मुख्य सचिव महोदय के सामने अनुमोदन हेतु प्रस्तुत करने पर सहमति बनी। इनमें उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की 18 परियोजनाएं,

लोक निर्माण विभाग की 36 परियोजनाएं, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की 11 परियोजनाएं, उत्तर प्रदेश जल निगम की 5 परियोजनाएं तथा पर्यटन विभाग की 2 परियोजनाएं सम्मिलित की गई हैं।

पर्यटन विभाग द्वारा प्रस्तावित परियोजनाओं के अंतर्गत होटल इलावर्त एवं त्रिवेणी दर्शन के जीर्णोद्धार एवं उच्चीकरण का कार्य होना है जिसके दृष्टिगत बैठक में इन प्रस्तावों का तकनीकी एवं वित्तीय परीक्षण कराते हुए अग्रिम कार्यवाही हेतु शीर्ष समिति की तृतीय बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।

इसी क्रम में जल निगम द्वारा प्रस्तावित परियोजनाओं के अंतर्गत मेला क्षेत्र में 15 नग नए नलकूपों का निर्माण और 15 नग नलकूपों के रीबोर का कार्य, झूंसी की तरफ अस्थाई टॉयलेट के श्राव को प्रवाहित करने हेतु सीवर लाइन बिछाने का कार्य एवं नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत निर्माणाधीन 16 एमएलडी शास्त्रीय ब्रिज एसपीएस से अंतः

संयोजन का कार्य, गंगा नदी के पूर्वी मेला क्षेत्र (झूंसी तरफ) जीटी मार्ग से छतनाग मार्ग तक एवं गंगा नदी के पश्चिमी कुंभ मेले क्षेत्र में स्थाई पाइपलाइन (लगभग 3200 मीटर) बिछाने एवं नलकूप निर्माण का कार्य तथा विभिन्न उपकरणों की खरीद का कार्य होना हैं।

अभी तक शीर्ष समिति की प्रथम एवं द्वितीय बैठक में लगभग 2100 करोड़ से अधिक की 87 परियोजनाओं को अनुमोदन मिल चुका है। अनुमोदन मिल चुकी सभी परियोजनाओं की निविदा आमंत्रण एवं वित्तीय स्वीकृति की प्रक्रिया गतिमान है एवं उन सभी पर कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा।