रक्षाबंधन पर आईटीएम की छात्राओं का अनोखा उपहार, देश के वीर जवानों के लिए डिफेंस राखी
गोरखपुर। इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीड़ा की बीसीए सेकंड ईयर की पाँच छात्राएँ मुस्कान यादव, प्रिया सिंह, प्रियांशी श्रीवास्तव, शांभवी सिंह और साक्षी सिंह ने रक्षाबंधन के मौके पर देश के वीर सपूतों के लिए एक अद्वितीय ‘डिफेंस सिंदूर राखी’ तैयार की है। यह राखी केवल भाईचारे का प्रतीक नहीं, बल्कि सैनिकों की सुरक्षा का भी सशक्त साधन है।
शांभवी सिंह और साक्षी सिंह ने बताया कि इस विशेष राखी में आधुनिक तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह 2 से 3 किलोमीटर की दूरी से हथियार संचालित कर सकती है। इसमें लगा ट्रिगर बटन सैनिकों को बिना दुश्मन की नजर में आए सटीक निशाना साधने में मदद करता है। प्रिया सिंह ने बताया कि इस राखी के माध्यम से सैनिक न केवल अपने साथियों से संवाद कर सकते हैं, बल्कि आपात स्थिति में कंट्रोल रूम से तुरंत सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं। प्रियांशी श्रीवास्तव के अनुसार, यह फिलहाल एक प्रोटोटाइप है, जिसे प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट के रूप में विकसित किया गया है।
मुस्कान यादव ने बताया कि इस नवाचार को तैयार करने में लगभग 30 दिन और 30 से 35 हजार रुपये का खर्च आया। इसमें ब्लूटूथ मॉड्यूल, 3.7 वोल्ट बैटरी, माइक, रेडियो ट्रिगर, ट्रांसमीटर और रिसीवर जैसे उपकरणों का उपयोग किया गया है।संस्थान के निदेशक डॉ. एन. के. सिंह ने छात्राओं के इस अभिनव प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य न केवल रचनात्मकता और तकनीकी दक्षता का प्रतीक है, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियानों को भी नई दिशा प्रदान करता है।
यह पहल राष्ट्र को और अधिक सशक्त, सुरक्षित और आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा देती है। इस अवसर पर संस्थान के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया, सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया, संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल सहित सभी संकाय सदस्यों ने छात्राओं की इस अनूठी उपलब्धि पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।