धूमधाम से सम्पन्न हुई भगवान श्री कृष्ण और रुक्मिणी की शादी
गोरखपुर। तहसील अंतर्गत नगर पंचायत घघसरा बाजार में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के आठवें दिन प्रभाकर शास्त्री जी महाराज ने कहा भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र सुदामा से कभी दोस्ती नहीं छोड़ी क्यों कि जब सुदामा जी भगवान श्री कृष्ण से मिलने गये तब द्वारपाल ने रोक दिया और भगवान श्री कृष्ण से कहा कहां जा रहे हैं उसके बाद द्वारपाल भगवान श्री कृष्ण से बात बताई।
सीस पगा न झगा तन में प्रभु जाने को आहि बसै केहि गामा पुक्षत दिन दयालु को धाम बतावत आपन नाम सुदामा प्रभु एक भिखारी आया है उसके शरीर पर न तो पगड़ी है और धोती फटी नजर आ रही है पता नहीं किस गांव का रहने वाला है पूछने पर अपना नाम सुदामा बता रहा इतना सुनते ही भगवान श्री कृष्ण सुदामा से मिलने के लिए निकल दिये और उनका पैर अपने आंख के आंसु से धोये
भजन के माध्यम से गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो राधा रमण हरि गोपाल बोलो । इस दौरान भगवान श्री कृष्ण और रुक्मिणी की बहुत ही सुन्दर झांकी निकली तथा बड़े ही धूमधाम से शादी हुई शादी में महिलाएं कनयाये और पुरुष लोग नृत्य करते दिखाई दिये। इस दौरान यजमान कलावती देवी पत्नी कंतलाल अग्रहरि रमेश प्रधान रामजीत अगरहरि राजकुमार कसौधन प्रेम कसौधन सत्यम अजीत अग्रहरि बिहारी अनिल आदि लोग उपस्थित रहे