गोरखपुर में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन, कृष्ण-रूक्मिणी विवाह की कथा सुनकर श्रोता हुए हर्षित

 

गोरखपुर। क्षेत्र के लखनापार गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा में आचार्य विनोद त्रिपाठी द्वारा  कृष्ण-रूक्मिणी विवाह का भावपूर्ण वर्णन किया। इस दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद थे। कथा विस्तार करते हुए उन्होंने कहा कि- राजा भीष्मक की पुत्री भगवती रूक्मिणी भगवान कृष्ण को अत्यंत प्रेम करती थी और मन में उन्हें पति रूप में वरण कर ली थी। रूक्मिणी के पांचों भाई कृष्ण जी को पसंद नहीं करते थे। और वे सब अपनी बहन का विवाह  शिशुपाल से तय कर दिए। मंदिर में कृष्ण और रुक्मिणी ने विवाह कर लिया। भगवान् श्रीकृष्ण के साथ द्वारिका चली गई।

कथा व्यास ने रूक्मिणी के विवाह की घटनाक्रम की कथा का विस्तृत वर्णन किया। उक्त अवसर पर रामकरन,चम्पा ,गिरीश मंदाकिनी,प्रधान मानसिंह, प्रेम सिंह ,रामदरश  सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे।