पत्रकारों के रोष को देख नेता ने मांगी माफी, पत्रकारों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं-हरिगोबिन्द चौबे

 

गोरखपुर। सहजनवां शनिवार को तहसील के पास पत्रकारों के साथ एक पार्टी के पदाधिकारी द्वारा किए गए विवाद का रविवार को पटाक्षेप हो गया। पार्टी के नेता द्वारा लिखित माफीनामे के बाद पत्रकारों ने अपनी शिकायत वापस ले ली। इस मामले को लेकर रविवार को मामला काफी गर्म रहा। बताते चलें कि शनिवार को कुछ पत्रकार तहसील रोड स्थित मीडिया कार्यालय के पास बैठे हुए थे।इसी बीच एक पार्टी के विधानसभा क्षेत्र स्तर के एक पदाधिकारी ने महाराष्ट्र, झारखंड तथा यूपी उपचुनाव को लेकर उनसे बहस कर दी।पत्रकारों द्वारा विरोध किए जाने पर उक्त नेता ने विवाद शुरू कर दिया।विवाद बढ़ता देख मामले में पत्रकारों ने सहजनवां थाने में तहरीर दी।

इधर,रविवार को पत्रकारों ने राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री,राज्यपाल तथा मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।बाद में पत्रकारों का हुजूम थाने पर पहुंचा।पत्रकारों द्वारा उक्त नेता द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर तीखा रोष प्रकट करते हुए थानाध्यक्ष से तत्काल मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई।वार्ता के क्रम में उक्त नेता द्वारा पत्रकारों से लिखित माफी मांगे जाने तथा भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृति न किए जाने की बात पर पत्रकारों ने सामूहिक निर्णय लेते हुए विवाद का पटाक्षेप कर दिया।

इस दौरान डॉ मंगल शुक्ल, हरगोविंद चौबे बी ड़ी शुक्ल,संजय दुबे, दिनेश शुक्ला,  सत्यप्रकाश त्रिपाठी,सत्यब्रत त्रिपाठी, हामिद अंसारी , अश्वनी कुमार,उपेंद्र त्रिपाठी , अमित पांडेय ,अमित उपाध्याय, प्रधान प्रवासी, पुरषोत्तम अग्रवाल, आधाराम मिश्रा,  रणविजय दुबे, दुर्विजय सिंह, संदीप दुबे,राघवेंद्र त्रिपाठी,प्रिंस श्रीवास्तव, सिंटू मिश्रा, ,   सर्वेश पांडेय,सुदर्शन शुक्ला बेचन शर्मा, रफीक अहमद, अनिल कुमार   मिश्रा, विवेक पांडे पवन सिसौदिया, अशोक चौधरी, अशोक, संत राज यादव ंदन त्रिपाठी, सन्तोष भट्ट, सुनील मिश्रा,शैलेष त्रिपाठी, आनन्द त्रिपाठी, दिवाकर त्रिपाठी,संजय उपाध्याय, मुकेश दुबे, अमित सिंह,मुक्तेश्वर सिंह,प्रयाग कुमार, पन्ने लाल चौधरी,उमेश यादव,सतेंद्र अग्रहरि,कन्हैया,सुदर्शन शुक्ला, अचर्य नाथ मिश्रा सहित सैकड़ों पत्रकार  मौजूद रहे।