गोरखपुर में काली पट्टी बांधकर आशा बहुओं ने किया विरोध प्रदर्शन

 

सहजनवा गोरखपुर। विकासखंड पाली की आशा बहुओं ने समय से उचित  भुगतान   न मिलने को  लेकर रविवार पल्स पोलियो अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया  और काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।


 सभी का कहना है कि-हमें कार्य के अनुरूप उचित भुगतान नहीं दी जाती है । तीन-तीन माह बीतने पर भी पारिश्रमिक नहीं मिलते हैं। हमारी समस्या व दुख सुनने वाला कोई नहीं है। 

 विकासखंड पाली में तकरीबन 200 आशाएं 148 गांवों में अपनी सेवा देती हैं । परंतु उनको उचित पारिश्रमिक समय से नहीं मिलता है । आशा बहुओं के बगैर  पर कोई भी स्वास्थ्य सेवाएं जमीन पर नहीं पहुंच सकती है। विभाग इस बात को जानता है। फिर भी उनके हक के लिए मौन साधे हुए हैं।


अपना अमूल्य योगदान देकर स्वास्थ्य विभाग को सतत आगे बढ़ाने वाली आशाएं बहुएं अपने आप को ठगा महसूस कर रही हैं।  महंगाई को देखते हुए सभी ने सरकार से उचित पारिश्रमिक की मांग की  है। 


पल्स पोलियो अभियान का श्रीगणेश सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठर्रापार मुख्यालय पर किया गया जिसमें क्षेत्रीय नेताओं के अतिरिक्त स्वास्थ्य परिवार के लोग मौजूद थे। विकासखंड में कुल 73 पोलियो बूथों पर लगभग हजारों बच्चों को पोलियो की गुट पिलाई गई।


कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सांसद प्रतिनिधि दयाशंकर सिंह ने कहा कि पोलियो एक ऐसी बीमारी है, जो देश को बीमार कर सकती है । बीमार देश कभी तरक्की नहीं कर सकता है । इसलिए हम सभी को मिलकर आशा बहू के साथ पोलियो से लड़ना होगा तभी अपने कार्य में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को जमीन पर गुलजार करने वाली आशाओं के योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है इनकी हर समस्या सरकार की प्राथमिकता होगी।


उक्त संदर्भ में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी गोरखपुर आशुतोष कुमार दुबे से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि निसंकोच आशा बहुओं का कार्य सराहनीय है । स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। परंतु उनका कोई निश्चित मानदेय नहीं है । जितना परिश्रम करती हैं उतना उनको भुगतान किया जाता है। यदि भुगतान में देरी हो रही है तो इसको हम गंभीरता से देखेंगे।