Nipah Virus: इस राज्य में निपाह वायरस से इतने लोगों की मौत, सरकार ने सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का किया ऐलान

इस बीच राज्य सरकार ने कहा कि निपाह वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए जरूरी ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ राज्य में पहुंच गई है।
 

केरल। केरल की सरकार ने निपाह वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कोझिकोड जिले में स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टियां 16 सितंबर (शनिवार) तक बढ़ा दी हैं। दो दिन पहले, राज्य में घातक वायरस से दो मौतें दर्ज की गईं हैं। निपाह वायरस के प्रकोप के मद्देनजर एहतियाती उपायों के तहत जिले में आंगनबाड़ियों, मदरसों, ट्यूशन केंद्रों और प्रोफेशनल कॉलेजों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।

 

इस बीच राज्य सरकार ने कहा कि निपाह वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज के लिए जरूरी ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ राज्य में पहुंच गई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि दिन में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव एवं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच बैठक हुई थी और अब ‘मोनोक्लोनल एंटीबॉडी’ आ गई है।

 

उन्होंने से कहा कि इसकी प्रभावशीलता अभी तक चिकित्सकीय रूप से साबित नहीं हुई है, लेकिन यह निपाह वायरस संक्रमण के लिए यह एकमात्र उपलब्ध ‘एंटीवायरल’ उपचार है तथा इसके बारे में एक केंद्रीय विशेषज्ञ समिति के साथ चर्चा की गई है। जॉर्ज ने कहा, “विशेषज्ञ समिति द्वारा आगे के कदम के बारे में निर्णय किया जाएगा।

 

निपाह से 2 की मौत, तीन अन्य संक्रमित

मस्तिष्क को क्षति पहुंचाने वाले वायरस के संक्रमण से कोझिकोड जिले में दो लोगों की मौत हो गई हैं, जबकि तीन अन्य लोग संक्रमित हैं। राज्य में बुधवार को 24 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी वायरस से संक्रमित पाया गया। यह केरल में संक्रमण का पांचवा मामला है। तीन संक्रमित व्यक्तियों का इलाज चल रहा है जिसमें नौ वर्ष के एक बच्चे की हालत गंभीर है।

 

निपाह वायरस को लेकर घबराएँ नहीं

मंत्री ने इससे पहले दिन में राज्य विधानसभा में कहा था कि लोगों को कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के प्रकोप को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन अपनी दिनचर्या में उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने विधानसभा में दिए एक बयान में कहा, ”घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम सब साथ मिलकर सावधानी से इस मुद्दे का सामना कर सकते हैं।

स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि इस मामले में एक उच्चस्तरीय बैठक कई गई और स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव ने केंद्र की ओर से भेजे गए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि इस बैठक में 30 अगस्त को निपाह वायरस से मारे गए व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल लेने का फैसला किया गया है। 14 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। निजी अस्पतालों में भी कुछ मरीजों को आइसोलेट किया गया है। इनमें से 11 में निपाह वायरस के हल्के लक्षण हैं इसलिए उनके सैंपल लेकर लैब भेजे जा रेह हैं। निपाह से संक्रमित नौ साल के बच्चे की हालत स्थिर है और वह अभी भी वेंटिलेटर पर है।