G-20 Summit क्या है? क्यों कराया जाता, क्या है इसका  मकसद? G-20 के बारे में देखें यहां

G-20 Summit news: मध्यप्रदेश की अर्थिक राजधानी इंदौर में G-20 सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आज से 7वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरूआत हो चुकी है। तो वहीं इस समिट में हिस्सा लेने के लिए निवेशकों का भी आना शुरू हो गया है।

 

G-20 Summit news: आगामी 2 दिनों तक निवेशकों का महाकुंभ चलने वाला है। आज के सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास,राजनयिक भाग लेंगे। तो वहीं इस बार सम्मेलन की थीम ‘मध्यप्रदेश- भविष्य के लिए तैयार राज्य’ पर समिट होने जा रही है। लेकिन जी-20 समिट क्या है? और इसमें क्या होता है इसके बारे में जानकारी देंगे। 

 

G-20 Summit news: इंदौर, इन दिनों मध्यप्रदेश की अर्थिक राजधानी इंदौर में G-20 सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। आज से 7वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरूआत हो चुकी है। तो वहीं इस समिट में हिस्सा लेने के लिए निवेशकों का भी आना शुरू हो गया है।

 

 

आगामी 2 दिनों तक निवेशकों का महाकुंभ चलने वाला है। आज के सम्मेलन में 20 से अधिक देशों के राजदूत, उच्चायुक्त, वाणिज्य दूतावास,राजनयिक भाग लेंगे। तो वहीं इस बार सम्मेलन की थीम ‘मध्यप्रदेश- भविष्य के लिए तैयार राज्य’ पर समिट होने जा रही है। लेकिन जी-20 समिट क्या है? और इसमें क्या होता है इसके बारे में जानकारी देंगे। 

 

 

ये भी बताएंगे कि क्यों किया जाता है जी-20 सम्मेलन।

 

क्या है G20 

 

जी20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी भी कहा जाता है। यह यूरोपियन यूनियन एवं 19 देशों का एक अनौपचारिक समूह है। जी20 शिखर सम्मेलन में इसके नेता हर साल जुटते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाए इस पर चर्चा करते हैं।

 

इसका गठन साल 1999 में हुआ था। साथ ही यह एक मंत्रिस्तरीय मंच है जिसे G7 द्वारा विकसित एवं विकासशील दोनों अर्थव्यवस्थाओं के सहयोग से गठित किया गया था।

क्यों हुआ G-20 का गठन 

जब इसका गठन हुआ था तब यह वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों का संगठन हुआ करता था। इसके पहले सम्मेलन की बात करें तो दिसंबर 1999 में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में हुआ था। गौरतलब है कि साल 2008 में दुनिया ने भयानक मंदी का सामना किया था।

इसके बाद इस संगठन में भी बदलाव हुए और इसे शीर्ष नेताओं के संगठन में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद यह निश्चय किया गया कि साल में एक बार G20 राष्ट्रों के नेताओं की बैठक की जाएगी। साल 2008 में अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में इसका आयोजन किया गया।

G-20 में कौन-कौन से देश शामिल? 

2017 तक समूह के 20 सदस्य है जिसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। इसके अलावा स्पेनम स्थाई अतिथि है, जो हर साल आमंत्रित होते है।

G20 का मकसद 

इस मंच का सबसे बड़ा मकसद आर्थिक सहयोग है। मालूम हो कि इसमें शामिल देशों की कुल जीडीपी दुनिया भर के देशों की 80 फीसदी है। समूह साथ में आर्थिक ढांचे पर तो काम करते ही है। साथ ही आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे पर भी बातचीत करता है।

इसके केंद्र में आर्थिक स्थिति को कैसे स्थिर और बरकरार रखें, इसके साथ ही मंच विश्व के बदलते हुए परिदृश्य को भी ध्यान में रखता है और इससे जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करता है। इसमें व्यापार, कृषि, रोगार, ऊर्जा, भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई, आतंकवाद जैसे मुद्दे भी शामिल हैं।

भारत के लिए क्यों अहम है जी-20 समिट 

इस मंच की सबसे बड़ी बात है हर साल शिखर सम्मेलन में दुनिया के कई देशों के शीर्ष नेताओं की आपस में मुलाकात। साथ ही इस साल 30 दिसंबर 2023 तक G20 के अध्यक्ष भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी है। भारत के सामने इसे लेकर कठिन चुनौतियां हैं।

भारत की G20 प्राथमिकताओं में समावेशी, न्यायसंगत और सतत विकास, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा, और तकनीक-सक्षम विकास, जलवायु वित्तपोषण, वैश्विक खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा सुरक्षा, अन्य शामिल हैं।