DA Hike: केंद्रीय कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले! सैलरी में 27,000 रुपए की बढ़ोतरी

DA Hike: Bat-bat of central employees! Rs 27,000 hike in salary

 
कर्मचारियों की सैलरी में महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) का महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह भत्ता इंफ्लेशन के बढ़ते दबाव के मुकाबले बढ़ाया जाता है ताकि कर्मचारियों की खरीदारी और वित्तीय स्थिति पर असर न पड़े। महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन करने के लिए फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल (Appraisal) दोनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

महंगाई भत्ता बढ़ेगा बिना फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल के हर 6 महीने में आती एक खुशखबरी है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता बढ़ाने का समय आ गया है। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के लिए एक स्वर्णिम अवसर है, क्योंकि इससे उनकी सैलरी में जबरदस्त इजाफा होगा।

महंगाई भत्ता की बढ़ोतरी की तारीख तय की गई है और कर्मचारियों को बहुत बेसब्री से इंतजार था इसलिए यह खबर उनके लिए खुशी का कारण बनी है।

कर्मचारियों की सैलरी में महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) का महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह भत्ता इंफ्लेशन के बढ़ते दबाव के मुकाबले बढ़ाया जाता है ताकि कर्मचारियों की खरीदारी और वित्तीय स्थिति पर असर न पड़े। महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन करने के लिए फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल (Appraisal) दोनों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

फिटमेंट फैक्टर एक प्रमुख उपाय है जिससे कर्मचारियों की सैलरी निर्धारित होती है। इसका मतलब है कि जब फिटमेंट फैक्टर बढ़ाता है, तो सैलरी भी उसी अनुपात में बढ़ जाती है। इसके साथ ही, अप्रेजल द्वारा सैलरी रिविजन किया जाता है जब अप्रेजल कर्मचारियों की प्रदर्शन को मूल्यांकन करता है।

हालांकि, नई खबर ये है कि केंद्र सरकार अब फिटमेंट फैक्टर और अप्रेजल के बिना भी कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में जबरदस्त इजाफा करने जा रही है। यह विशेष रूप से कर्मचारियों के लिए खुशी की बात है,

मौजूदा समय में पी-बेड लेवल-1 कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है। इसके अलावा, महंगाई भत्ता के रूप में वर्तमान में 7,560 रुपये दिया जाता है। हालांकि, यदि हम इस कैलकुलेशन को 50% महंगाई भत्ते पर देखें, तो 9,000 रुपये मिलेंगे।

यहां एक कैच आता है। 50% डीए के प्राप्त होने पर इसे शून्य कर बेसिक सैलरी में जोड़ा जाएगा। इसका मतलब है कि 18,000 रुपये वाली सैलरी 9,000 रुपये बढ़कर 27,000 रुपये तक पहुंचेगी। इसके बाद, महंगाई भत्ता 27,000 रुपये पर कैलकुलेट होगा। यदि 0 होने के बाद 3% डीए बढ़ता है, तो 810 रुपये महीना उनकी सैलरी में जोड़ी जाएगी।

मौजूदा समय में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 42% है। अगला संशोधन जुलाई 2023 में होने की संभावना है, जिसमें 4% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि जुलाई के बाद महंगाई भत्ता 46% की दर पर बढ़ जाएगा। इस स्थिति में, जनवरी 2024 के महंगाई भत्ते के संशोधन पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।

यदि वह 4% बढ़ता है, तो महंगाई भत्ता 50% तक पहुंचेगा। यदि 3% बढ़ता है, तो यह 49% होगा। 50% होने की स्थिति में, महंगाई भत्ता जनवरी 2024 से ही शून्य हो जाएगा। इसका मतलब है कि जुलाई 2024 से पहले बढ़ी हुई बेसिक सैलरी पर ही महंगाई भत्ता की कैलकुलेशन होगी।

यदि 49% बना रहता है, तो जुलाई 2024 तक इंतजार करना होगा।

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