HDFC बैंक के विलय की मंज़ूरी! क्या HDFC के होम लोन पर घट जाएगी ब्याज दरें? मर्जर के बाद ग्राहकों पर क्या होगा असर?

 HDFC Bank merger approved! Will interest rates on HDFC home loans come down? What will be the effect on the customers after the merger?

 

भारत के पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े बैंक में शामिल HDFC BANK के साथ HDFC लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी गई है।  एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्पोरेशन यानी एचडीएफसी के विलय (HDFC-HDFC Bank merger) की घड़ी अब पास आती जा रही है। इन दोनों कंपनियों का विलय जुलाई 2023 में पूरा होना है।

अगर आपका भी इस बैंक से किसी प्रकार का लेन देन है तो समझिए कि आपके साथ इस विलय का क्या असर होगा। 

एचडीएफसी बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से पहले से ही Too Big Too Fall श्रेणी में है और अब इस विलय के साथ ही या बैंक और बड़ा हो जाएगा।

जिसके वजह से इसमें अकाउंट रखने वाले उपभोक्ताओं के पैसे और ज्यादा सुरक्षित माने जा सकते हैं। विलय के बाद बाजार पूंजीकरण बढ़ेगा जिससे उपभोक्ताओं के बैंक में जमा पूंजी पर सुरक्षा बढ़ेगा।

मर्ज होने के बाद इन दोनों कंपनियों की कुल एसेट वैल्यू करीब 18 लाख करोड़ रुपये की होगी। इस विलय के लिए मैनेजमेंट ने दोनों कंपनियों के शेयरहोल्डर्स, सेबी, सीसीआई और पीएफआरडीए की मंजूरी ले ली है।

मर्जर के बाद एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों की बैंक में 41 फीसदी हिस्सेदारी होगी। एचडीएफसी के शेयरधारकों को प्रत्येक 25 शेयरों पर एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिल सकते हैं।

हर साल खुलेंगी 1,300 नई ब्रांच


एचडीएफसी मैनेजमेंट के अनुसार बैंक अपने ब्रांचों का विस्तार करना जारी रखेगा। बैंक के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने फरवरी में कहा था कि बैंक अगले दो वर्षों तक हर साल 1,200 से 1,300 नई ब्रांचेज खोलेगा। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल एचडीएफसी के होम लोन ग्राहकों के मन में है। उनका सवाल है कि क्या विलय के बाद होम लोन की दरों पर कुछ फर्क पड़ेगा या नहीं?


 

क्या विलय के बाद घटेगी ब्याज दरें?


बैंक, विशेष रूप से बड़े CASA डिपॉजिट्स (चालू खाता और बचत खाता जमा) वाले बैंकों को लोअर कॉस्ट ऑफ फंड्स का फायदा मिलता है। सिंघानिया एंड को एलएलपी के सीनियर एडवाइजर कमल अग्रवाल ने कहा, 'एचडीएफसी बैंक कम ब्याज दरों पर अधिक पैसा उधार लेने की स्थिति में होगा

और यह इस फायदे को ग्राहकों तक भी पहुंचा सकता है। यह मैनेजमेंट का निर्णय होगा कि वह इस फायदे को केवल नए ग्राहकों को देगा या पुराने ग्राहकों को भी इसका फायदा मिलेगा।'

होम लोन ग्राहकों का घट जाएगा टेन्योर


मर्जर के बाद अगर बैंक होम लोन की ब्याज दरों को घटाता है या दूसरे ऑफर लाता है, तो मौजूदा एचडीएफसी होम लोन (HDFC Home Loan) ग्राहकों को इस विलय से फायदा हो सकता है।

अग्रवाल ने कहा, 'अगर एक्सटरनल बेंच मार्क लेडिंग रेट (EBLR) के माइग्रेशन से ब्याज दरें नीचे जाती हैं, तो होम लोन ग्राहकों का टेन्योर घट जाएगा। टेन्योर कितना घटेगा यह इस बात पर निर्भर करेगा कि होम लोन की दरों में कितनी गिरावट आई है।'


 

बैंकों के मर्जर से ग्राहकों को होता है फायदा


हालांकि, इस बात की कोई गारंटी नहीं कि बैंक इस रूट को फॉलो करेंगे। अग्रवाल ने कहा, 'ब्याज दर में कमी की मात्रा ग्राहक के लोन के नियम और शर्तों द्वारा निर्धारित होगी। आमतौर पर बैंकों के मर्जर के बाद ग्राहकों को आकर्षक प्रोडक्ट और सर्विसेज ऑफर की जाती हैं, जो उधारकर्ताओं को अप्रत्यक्ष रूप से फायदा पहुंचा सकती हैं।'