सोने की चेन - पलंग की जिद पर अड़ा दूल्हा, ससुरालवालों ने जमकर की धुनाई...

Gold chain - The groom insisted on the bed, the in-laws thrashed him fiercely...

 

दहेज लोभी दुल्हे को गांव वालों ने घंटों तक बंधक बना कर रखा, लड़की वालों ने छोड़ा

 

 

बिहार के मोतिहारी जिले के नगर थाना क्षेत्र के बेलवनवा मोहल्ले में एक घटना की रोशनी में, एक दहेज लोभी दुल्हे को गांव वालों ने घंटों तक बंधक बना कर रखा था। यह घटना पटखौलिया गांव के राजेश महतो के बेटे रोहित कुमार की शादी के दौरान हुई।

सबसे पहले इस शादी में बारात गांव पहुंची थी और नाच-गान और धूमधाम के बाद वरमाला का आयोजन किया गया था। बाद में बारातियों को भोजन कराया गया। इसके बाद शादी की रस्में शुरू हो रही थीं। हालांकि, फेरे लेने के बाद लड़के ने आगे सिंदूरदान करने से इंकार कर दिया। उन्होंने सोने की चेन और पलंग की मांग की थी, जिसकी पूर्ति नहीं हुई थी। इसके पश्चात उन्होंने शादी से इंकार कर दिया।

इस समय लड़की वाले दावा कर रहे हैं कि उन्होंने पहले ही पांच लाख रुपये दहेज के रूप में दिए हैं, जो कि लड़के द्वारा लौटाए गए। इसके अलावा शादी में हुए खर्च भी लड़के पक्ष को देने पड़े हैं। इस घटना के बाद, लड़की वालों ने लड़के को बंधक बना लिया और उसे छोड़ा तभी जब वह दहेज में लिए नकदी, गहने और बाकी सामान वापस कर दिया।

इस मामले में पंचायत ने संचालित करार दिया है कि लड़के को पहले दिए गए पांच लाख रुपये दहेज को लौटाना होगा और उसके बाद उन्हें छोड़ा जाएगा। इससे पहले इस मामले में दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया था और लड़की वाले ने लड़के, उसके बहनोई, भाई और पिता को बंधक बना लिया था। इसके बाद पंचायत बुलाई गई और उसने यह निर्णय लिया कि दहेज में लिए गए पैसे और बारात के खर्च के पैसे लौटाए जाएंगे। इसके बाद लड़के के परिवार ने पांच लाख रुपये लौटा दिए और उन्हें छोड़ दिया गया।

इस घटना के बाद सीतामंढ़ी में दो फेरे लेने के बाद लड़की ने शादी से इंकार कर दिया। इसका कारण यह था कि लड़की को लड़के का रंग पसंद नहीं था।यह मामला बिहार के मोतिहारी जिले के नगर थाना क्षेत्र के बेलवनवा मोहल्ला में हुआ है। शनिवार को पटखौलिया गांव के राजेश महतो के बेटे रोहित कुमार की शादी इसी क्षेत्र में होने वाली थी।

महत्वपूर्ण टिप्पणी: दहेज लेना या देना भारतीय कानून के तहत अपराध है। इसका विरोध करना हमारे समाज की सामाजिक सुधार और महिलाओं की सुरक्षा के प्रतीक है। इसलिए, हमेशा दहेज प्रथा के खिलाफ खड़ा होना चाहिए और ऐसे मामलों की रिपोर्ट पुलिस या संबंधित अधिकारिक संस्थानों को करनी चाहिए।