शिक्षा मंत्री का विवादित बयान! ‘रामचरितमानस’ ने समाज में सामाजिक भेदभाव को दिया बढ़ावा, विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा...

Of his recent "derogatory" remarks on Ramcharitmanas: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से सोमवार को मांग की कि वह रामचरितमानस संबंधी अपनी हालिया ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणियों के लिए माफी मांगें। इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। ,caste discrimination,father of indian constitution,discrimination,prime minister jawaharlal nehru,visions and ideals of ambedkar,periyar ev ramasamy history in hindi,periyar life history in tamil,agneepath scheme in hindi,periyar ev ramasamy in tamil,popular front of india,periyar ev ramasamy in hindi,periyar ev ramasamy in telugu,

 

Of his recent "derogatory" remarks on Ramcharitmanas: चंद्रशेखर वर्ष 2023-24 के लिए अपने विभाग के बजट पर चर्चा का समापन करने के लिए जैसे ही अपनी सीट से खड़े हुए भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘‘मंत्री को पहले हिंदुओं की पवित्र पुस्तक के खिलाफ अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।

 

Of his recent "derogatory" remarks on Ramcharitmanas: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से सोमवार को मांग की कि वह रामचरितमानस संबंधी अपनी हालिया ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणियों के लिए माफी मांगें। इस मामले को लेकर बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।

 

 

 

भाजपा ने इस मामले पर बिहार विधानसभा में चर्चा किए जाने की मांग की, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने उनका अनुरोध मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद विपक्षी पार्टी के विधायक सदन से बाहर चले गए।

 

 


चंद्रशेखर वर्ष 2023-24 के लिए अपने विभाग के बजट पर चर्चा का समापन करने के लिए जैसे ही अपनी सीट से खड़े हुए भाजपा नेता विजय कुमार सिन्हा ने कहा, ‘‘मंत्री को पहले हिंदुओं की पवित्र पुस्तक के खिलाफ अपनी हालिया टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।

 

 

हम हमारी पवित्र पुस्तकों का अपमान करने वाली इस तरह की टिप्पणियां बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’ बहरहाल, चंद्रशेखर ने कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और उन्होंने माफी मांगने से इनकार कर दिया।

शिक्षा मंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान जनवरी में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ ने समाज में ‘‘सामाजिक भेदभाव’’ को बढ़ावा दिया है। इस बीच, विधानसभा ने शिक्षा विभाग के वर्ष 2023-24 के बजट को ध्वनि मत से पारित कर दिया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने अगले वित्त वर्ष में विभाग के लिए 40,450 करोड़ रुपये आवंटित किए।