Bihar Police Paper Leak: बिहार में गया पेपर लीक? सिपाही भर्ती परीक्षा में 70 से 75 उत्तर मैच

Bihar Police Paper Leak: Paper leaked in Bihar? 70 to 75 answer match in constable recruitment exam
 

Bihar Police Paper Leak: बिहार में एक बार फिर पेपर लीक की खबर सामने आई है. केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा रविवार (01 अक्टूबर) को सिपाही भर्ती की परीक्षा ली गई थी. 21,391 पदों के लिए यह परीक्षा हो रही है। इस बीच रविवार को पटना के कंकड़बाग स्थित द्वारिका कॉलेज से दूसरी पाली में छह परीक्षार्थी को पकड़ा गया जिनके पास से आंसर की बरामद किए गए। 

प्रश्न पत्र से आंसर की मैच हुआ है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या फिर से बिहार में पेपर लीक हो गया? हालांकि केंद्रीय चयन पर्षद की ओर से अभी तक पेपर लीक पुष्टि नहीं की गई है।

गिरफ्तार परीक्षार्थियों में रजनीश कुमार, रवि रंजन, अरविंद कुमार, रोशन कुमार, मनु कुमार और विमल कुमार हैं। इन पर केस दर्ज किया गया है। परीक्षार्थियों को गिरफ्तार करने वाले कंकड़बाग थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह ने बताया कि हम लोग को जानकारी मिली तो हम लोग द्वारिका कॉलेज गए। परीक्षार्थियों के पास से जो आंसर की मिले उसमें लगभग सभी प्रश्नों के सही-सही उत्तर थे. उन्होंने कहा कि 70 से 75 आंसर सही पाए गए हैं।

पटना के रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र से भी एक परीक्षा केंद्र पर चार स्कॉलर को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा समस्तीपुर, सारण, लखीसराय, बेगूसराय, बक्सर, जमुई सहित लगभग एक दर्जन जिलों में इस तरह की कार्रवाई हुई है। पकड़े गए स्कॉलर और अभ्यर्थियों के पास से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट आदि मिले हैं।

पकड़े गए छह अभ्यर्थियों से की गई पूछताछ


इधर, पटना के कंकड़बाग थाने में गिरफ्तार किए गए छह अभ्यर्थियों से पूछताछ करने के लिए पटना की एएसपी सदर और सिटी एसपी कंकरबाग थाने पहुंचे. इससे पहले कंकड़बाग थाने की पुलिस ने इनसे पूछताछ की थी।

गिरफ्तार छात्रों को पटना के द्वारिका कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र के अलग-अलग कमरे से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए छह छात्रों में से पांच के पास से जो आंसर मिले वो प्रश्न पत्र से मैच कर रहे हैं।

ईओयू ने शुरू की मामले की जांच

बता दें कि केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) की ओर से एक अक्टूबर को राज्य के 529 केंद्रों पर परीक्षा हुई है। अगली परीक्षा सात अक्टूबर को होगी. पेपर लीक से जुड़ी खबरें सामने आने के बाद बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) एक्टिव हो गई है। ईओयू ने अपनी जांच शुरू कर दी है।