गरिया के कामदाहारी पुरबा पारा ग्राउंड में RFA फुटबॉल ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत, खिलाड़ियों में दिखा जबरदस्त उत्साह

 

पश्चिम बंगाल। गरिया के कामदाहारी पुरबा पारा ग्राउंड में RFA फुटबॉल ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत हुई। इस कैंप में मीर इकबाल ट्रॉफी जीतने वाली बंगाल टीम के भरोसेमंद डिफेंडर जियाउल नैया मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। उनके साथ ईस्ट बंगाल के पूर्व गोलकीपर और AFC-D लाइसेंस होल्डर अरूप देबनाथ, जूनियर ईस्ट बंगाल टीम के मिडफील्डर तथा AFC-D लाइसेंसधारी बिजेश सिंह और मिथुन सरकार भी प्रशिक्षण में सहयोग कर रहे हैं। वहीं पूर्व ईस्ट बंगाल खिलाड़ी अभिषेक दास इस कैंप में टेक्निकल डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

शुरुआती समारोह में इलाके और कोलकाता फुटबॉल सर्कल के कई दिग्गज खिलाड़ी मौजूद रहे। इनमें मनोजीत दास, बासुदेब मंडल, रंजन डे, दीपक बरुआ, अक्कास अली, अरूप भद्र, दीप्तिकल्याण सेन शर्मा, शोभन दास, अर्चिस्मान बिस्वास, बिजॉय घोष, कुंतल चक्रवर्ती, अर्चना दत्ता, प्रद्युत बरुआ और देबाशीष गोस्वामी जैसे नाम शामिल थे। बड़ी संख्या में स्थानीय फुटबॉल फैंस भी मैदान पर मौजूद रहे, जिनके चेहरे पर फुटबॉल की पुरानी रौनक वापस लौटने की उम्मीद साफ झलक रही थी।

स्थानीय लोगों का मानना है कि एक समय कामदाहारी क्षेत्र के कई खिलाड़ी कोलकाता के बड़े मैदानों में खेलते थे, लेकिन समय के साथ यह परंपरा कमजोर पड़ गई। ऐसे में RFA फुटबॉल ट्रेनिंग कैंप एक नए संकल्प और नई शुरुआत की तरह देखा जा रहा है।

अपने उद्देश्य के बारे में बात करते हुए कोच जिया ने बताया कि बच्चों का पहला फोकस बॉल के कॉन्टैक्ट, बेसिक्स और तकनीकी दक्षता पर रहेगा। उन्होंने खास तौर पर अरूप भद्र और स्थानीय काउंसलर बरुण दास का धन्यवाद किया, जिनके सहयोग और उत्साह से यह कैंप संभव हो पाया है।

RFA का यह प्रयास इलाके के फुटबॉल प्रेमियों में एक नई उम्मीद जगा रहा है। फिलहाल मैदान पर जोश, जुनून और बेहतर भविष्य की उम्मीदें साफ दिखाई दे रही हैं।